Principals Message
"सबसे प्रथम कर्तव्य है
शिक्षा बढ़ाना देश में | इसके बिना ही पड़ रहे हैं आज हम सब क्लेश में || 
(मैथिलीशरण गुप्त, 'भारत-भारती') 

प्रिय छात्र-छात्राओं,

नवीन शिक्षा सत्र में, महाविद्यालय में आपका हार्दिक स्वागत है | सुदूर ग्रामीण एवं जनजातीय अंचल में स्थानीय छात्र-छात्राओं तक उच्च शिक्षा को सुगमतापूर्वक सर्वसुलभ बनाने के उद्देश्य से शासन ने यह महाविद्यालय सनावल में स्थापित किया है | यहां नियमित शिक्षकों की कमी, भौतिक संसाधन एवं मानव संसाधन के अभाव के बावजूद अतिथि शिक्षकों व अन्य माध्यम से अच्छी शिक्षा एवं बेहतर वातावरण निर्माण के प्रयास किये जा रहे हैं | ____ जाति एवं धर्म के आधार पर भेदभाव, महिला प्रताड़ना, रैगिंग, अनुशासनहीनता तथा परीक्षा में नकल जैसे कार्य पूर्णतः प्रतिबंधित एवं दंडनीय है | इनसे दूर रहकर स्व-अनुशासन में बंधकर अच्छे चरित्र का निर्माण करें । नियमित महाविद्यालय आकर शैक्षणिक एवं शैक्षणेलर गतिविधियों (खेल, साहित्यिक, सांस्कृतिक, युवा गतिविधि, रा.से.यो., प्रश्न मंच आदि) में भाग लेकर अपने ज्ञान को बढ़ाने व व्यक्तित्व को निखारने का प्रयास करें ।
महाविद्यालय आपका है तथा यहां की हर चीज आपके लिये है अतः यहां किसी चीज को नुकसान पहुंचाने के बजाय इसके संरक्षण, संवर्धन व सुरक्षा में अपना योगदान दीजिये |
आज प्रतियोगी परीक्षाओं का दौर है, इसके बिना आप अपनी मंजिल तक नहीं पहुंच सकते | इसलिये शुरू दिन से ही इसके लिये 'माइंड सेटअप' तैयार कर तैयारी कीजिये तथा महाविद्यालय के शिक्षकों का यथासंभव सहयोग व मार्गदर्शन लीजिये |
छात्र जीवन सुंदरतम जीवन है लेकिन तपस्या से भरा जीवन है | इस तप की अग्नि में तप कर (ज्ञान साधना से) ही कुन्दन (मजबूत व्यक्तित्व) निकलेगा जो मानवता के लिये सृजनशक्ति संपन्न होगा।
आप सफल हो ..... देश के अच्छे नागरिक बनें .... |

आपके उज्जवल भविष्य की अग्रिम बधाई एवं शुभकामनाएं......

(डॉ. एच.पी. घृतलहरे)
प्राचार्य

Principal
"सबसे प्रथम कर्तव्य है शिक्षा बढ़ाना देश में | इसके बिना ही पड़ रहे हैं आज हम सब क्लेश में || (मैथिलीशरण गुप्त, 'भारत-भारती') प्रिय छात्र-छात्राओं, नवीन शिक्षा सत्र में, महाविद्यालय में आपका हार्दिक स्वागत है | सुदूर ग्रामीण एवं जनजातीय अंचल में स्थानीय छात्र-छात्राओं तक उच्च शिक्षा को सुगमतापूर्वक सर्वसुलभ बनाने के उद्देश्य से शासन ने यह महाविद्यालय सनावल में स्थापित किया है | यहां नियमित शिक्षकों की कमी, भौतिक संसाधन एवं मानव संसाधन के अभाव के बावजूद अतिथि शिक्षकों व अन्य माध्यम से अच्छी शिक्षा एवं बेहतर वातावरण निर्माण के प्रयास किये जा रहे हैं | ____

Dr. Hemant Pal Ghritlahare
The Principal
Govt. College, Sanawal, Balrampur